ऋषिकेश। शिक्षा संस्कृति उत्थान न्यास के प्रान्त पर्यावरण प्रमुख एवं नगर निगम ऋषिकेश के स्वच्छता ब्राण्ड अम्बेसडर पर्यावरण विद विनोद जुगलान ने आमजनमानस से दीपावली मनाते समय स्वच्छता और पर्यावरण का विशेष ध्यान रखने की अपील की।उन्होंने कहा कि भारत ही नहीं बल्कि पूरे विश्व में सिर्फ उत्तराखंड ही एक मात्र ऐसा राज्य है जिसे देवभूमि के नाम से जाना जाता है।उसमें भी हिमालय के द्वार कहलाने वाले नगर ऋषिकेश को तीर्थ एवं योगनगरी के नाम की संज्ञा मिली है।जो कि हृषिकेश नारायण की धरती है।इसलिए इसकी न केवल धार्मिक महत्ता है बल्कि देश विदेश से आने वाले श्रद्धालुओं सहित पर्यटकों के लिए आस्था का केंद्र है।हमारे त्योहार हमारी सांस्कृतिक विरासत हैं।ऐसे में इनके संरक्षण और संवर्धन की जिम्मेदारी हम सबकी है।हम स्वच्छता के साथ पर्यावरण संवत दीपावली मनाते हैं तो हम, हमारा परिवार और हमारा वातावरण सुरक्षित रहेगा।इसके लिए कुछ खास छोटी छोटी बातों का ध्यान रखना होगा।हम इको फ्रेंडली पटाखे जलायें,प्रकाश उत्सव के लिए विदेशी लड़ियों के स्थान पर वोकल फ़ॉर लोकल का ध्यान रखते हुए महिला स्वयं सहायता समूहों द्वारा तैयार किये गए गोमय और मिट्टी के दीपक जलाएं,उनके द्वारा तैयार की गई तोरण और सजावट के उत्पाद खरीदें।अपने त्योहारों को पारंपरिक तरीके से मनाएं अपनी संस्कृति के बारे में अपने बच्चों को अवश्य बताएं।पटाखे चलाते समय बच्चों को अकेला न छोड़ें,उनके साथ किसी एक बड़े अभिभावक का रहना जरूरी है ताकि किसी प्रकार की दुर्घटना की संभावना न बन सके।यदि फिर भी कोई जलजाता है तो तुरन्त 108 निःशुल्क एम्बुलेंस सेवा को फोन करें।जो लोग आर्थिक रूप से समृद्ध हैं वे आसपास रह रहे गरीबी की रेखा से निचे जीवन यापन करने वाले लोगों को दीपावली के इको फ्रेंडली उपहार पकवान भेंट करें।दीपावली के बाद पटाखों और कागजों को बिल्कुल न जलाएं।उन्हें कूड़ा वाहन को सौंप दें ऐसा करने से हमारा आसपास का वातवरण स्वच्छ रहेगा।इको फ्रेंडली दीवाली स्वच्छ दीवाली, सुरक्षित दीवाली।दीपावली की सभी सुधि पाठकों को हार्दिक शुभकामनाएं।