कांग्रेस ने तेलंगाना विधानसभा चुनाव के लिए अल्पसंख्यकों का घोषणापत्र जारी किया है। पार्टी का कहना है कि यदि वह सत्ता में आई तो फिर 6 महीने के अंदर जाति जनगणना होगी और अल्पसंख्यकों पर खर्च होने वाले बजट को बढ़ाकर 4,000 करोड़ किया जाएगा। पार्टी ने गुरुवार को‘अल्पसंख्यकों का घोषणापत्र’ जारी किया, जिसमें कहा गया है कि पार्टी नौकरियों, शिक्षा और सरकारी योजनाओं में अल्पसंख्यकों सहित सभी पिछड़े वर्गों के लिए उचित आरक्षण सुनिश्चित करेगी। कांग्रेस ने इसके अलावा अल्पसंख्यक वर्ग के बेरोजगार युवाओं और महिलाओं को रियायती दर पर ऋण प्रदान करने के लिए प्रति वर्ष 1,000 करोड़ रुपये का प्रावधान करने का वादा किया।
पार्टी ने कहा कि वह ‘अब्दुल कलाम तोहफा-ए-तालीम योजना’ के तहत मुस्लिम, ईसाई, सिख और अन्य अल्पसंख्यक समुदायों के युवाओं को एम.फिल और पीएचडी की पढ़ाई पूरी करने पर पांच लाख रुपये की वित्तीय सहायता प्रदान करेगी। घोषणापत्र में इमाम, मुअज्जिन, खादिम, पादरी और ग्रंथी सहित सभी धर्मों के पुजारियों के लिए 10,000 रुपये से 12,000 रुपये का मासिक मानदेय देने की बात कही गई है। पार्टी ने उर्दू माध्यम के शिक्षकों की विशेष भर्ती करने के अलावा ‘तेलंगाना सिख अल्पसंख्यक वित्त निगम’ स्थापित करने का वादा किया।
इसके अलावा, अल्पसंख्यक समुदायों के बेघर लोगों को मकान बनाने के लिए जगह और पांच लाख रुपये उपलब्ध कराए जाएंगे। घोषणापत्र में कहा गया है कि अल्पसंख्यक समुदाय के नवविवाहित जोड़ों को 1.6 लाख रुपये दिए जाएंगे। गौरतलब है कि तेलंगाना विधानसभा चुनाव के लिए 30 नवंबर को वोटिंग होने वाली है। यहां मुख्य मुकाबला केसीआर की भारत राष्ट्र समिति और कांग्रेस के बीच है। वहीं भाजपा भी मजबूती से चुनाव लड़ते हुए इसे त्रिकोणीय मुकाबले में तब्दील कर रही है।